गौशाला की दुर्दशा पर ग्रामीणों में आक्रोश गौशाला में तिल तिलकर मर रहे गोवंश
गौर (बस्ती) -सूबे की योगी सरकार बेसहारा गोवंशों की सुरक्षा के लिए प्रयासरत है। गौर आश्रय के लिए हर माह करोड़ों रुपये खर्च भी किए जा रहे हैं लेकिन व्यवस्था में खामी के कारण गोवंश तिल-तिल कर मर रहे हैं। सब कुछ जानते हुए जिले के जिम्मेदार अनजान बने हुए हैं।
पूरा मामला गौर ब्लाक के भरवलिया ग्राम पंचायत का है जहां गौशाला में गोवंश तिल तिल तड़प तड़प कर मर रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार एसी के रूम में बैठकर मजे काट रहे हैं गौशाला मे गौबंशो की स्थिति को देख आपकी रूह कांप उठेगी एक गोवंश तीन दिनों से जमीन पर पड़ा है जिसके पूरे सीने को कीड़े खंगाल चुके हैं और नोच नोच कर खा रहे हैं लेकिन जिम्मेदार है कि जानकर अनजान बने हुए हैं यही नही ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला के बगल जहां गौशालाओं की खाद गोबर फेंकी गई है उसमें कई सौ गांवों के शव दफन है पड़ताल में दो गौवशो के शव के सिर की सींगें दिखाई दे रही है कई हड्डियां बिखरी हुई है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन गोवंशों के मौत का जिम्मेदार कौन है भारत में गायो को माता का दर्जा दिया गया है लेकिन इस गौ माता की दुर्दशा का कौन है जिम्मेदार है यह एक बड़ा सवाल है अब देखने वाली बात होगी इस दुर्दशा पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई होती है या मामले को रफा दफा कर दिया जाता है।
वही गौशाला गौवंश की दुर्दशा को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है और उन्होंने कहा की गौवंश की मौत के जो जिम्मेदार उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए
पूरे प्रकरण जिला अधिकारी रवीश गुप्ता के पर्सनल नंबर पर फोन किया गया तो साहब ने कहा कि चेक करवा लेते हैं लेकिन ऐसे चेक करवाने के चक्कर में कितने गौवंश की मौतें होती रहेगी।