*मीडिया पड़ताल में प्राथमिक विद्यालय कोपा पर लटकता मिला ताला*
- बीईओ राम नगर ने डियूटी से गायब शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई करने का दिया आश्वासन
- शिक्षकों की मनमानी डियूटी से प्रतिदिन परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की संख्या में हो रही घटोत्तरी
- बीआरसी पर चन्दा (सहयोग राशि ) बराबर देता है तो डियूटी भी बराबर करूं - डियूटी से गायब शिक्षक
*रामनगर बस्ती* - मीडिया पड़ताल में प्राथमिक विद्यालय कोपा विकास क्षेत्र राम नगर पर लटकता ताला मिला । उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों पर तैनात शिक्षकों की मनमानी अब परिषदीय विद्यालयों पर भारी पड़ रही है प्रदेश सरकार लगातार हर संभव प्रयास करती है कि विद्यालय सुव्यवस्थित तरीके से चल सके लेकिन शिक्षकों की मनमानी के चलते विद्यालयों में बच्चों की संख्या लगातार कम होती जा रही है।
आपको बता दें कि विकास खंड रामनगर में परिषदीय विद्यालय कोपा में तैनात शिक्षकों की लेटलतीफ डियूटी व समय से पहले चले जाने के खेल पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप त्रिपाठी रोक नहीं लगा पा रहे है। इसकी पोल मीडिया टीम की पड़ताल में उस समय खुली जब विद्यालय के शिक्षक घर पर आराम फरमा रहे थे । प्राथमिक विद्यालय कोपा में सुबह 10 बजे तक ताला लटकता रहा। विद्यालय पर 16 जून 2025 से 7 बजकर 30 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक विद्यालय पर रहकर शैक्षणिक एवं प्रशासनिक कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है लेकिन प्राथमिक विद्यालय कोपा पर कार्यरत बीएसए के आदेश को दरकिनार घर पर बैठ कर मौज मस्ती कर रहे हैं । प्राथमिक विद्यालय कोपा पर ताला लटकने की सूचना जब खंड शिक्षा अधिकारी रामनगर को दी गई तो खण्ड शिक्षा अधिकारी ने कहा कि मैं तत्काल शिक्षकों से डियूटी का लोकेशन मांगता हूं । थोड़ी देर बाद दौड़ी - दौड़ी विद्यालय पर तैनात रसोईया पहुंची और बताया कि हम अभी आई थी और साफ सफाई करके घर जा रही थी । विद्यालय बंद करके मैं चली गई थी जब शिक्षक के बारे में पूछा गया तो रसोईया ने बताया कि अभी तक कोई शिक्षक विद्यालय पर आज नहीं उपस्थित नही है । 10 बज गया है कही रास्ते में होगे । रसोइयां के फोन के माध्यम से बताया कि हम बीआरसी राम नगर पर बराबर चंदा (सहयोग राशि ) देता रहता हूं इसीलिए हम आराम से डियूटी करने आता जाता हूं। पूरे प्रकरण पर खंड शिक्षा अधिकारी राम नगर ने बताया कि तैनात शिक्षक को नोटिस जारी किया जायेगा और स्पष्टीकरण मांगा जायेगा । सन्तोषजनक स्पष्टीकरण का जबाव न मिलने पर डियूटी से गायब शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी ।