वन विभाग रामनगर एवं कप्तानगंज पुलिस द्वारा जांच एवं कार्रवाई के नाम पर की जा रही लीपापोती

 


वन विभाग रामनगर एवं कप्तानगंज पुलिस द्वारा जांच एवं कार्रवाई के नाम पर की जा रही लीपापोती

- 10 पेड़ सागौन के परमिट पर लगभग 64 पेड़ सागौन की हुई कटान

- एक सप्ताह बीतने के बाद भी बड़ोखर में कटे सागौन के पेड़ मामले में नहीं हुई कोई कार्रवाई 


कप्तानगंज बस्ती - एक सप्ताह पहले विकासखण्ड गौर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बड़ोखर में 10 पेड़ सागौन के परमिट पर लगभग 64 पेड़ सागौन की कटान हुई थी । वन विभाग राम नगर और कप्तानगंज पुलिस को सूचना दी गई थी लेकिन वन विभाग राम नगर और कप्तानगंज पुलिस जांच एवं कार्रवाई के नाम पर लीपापोती की जा रही है अभी तक नियमानुसार कार्रवाई नहीं हो पाई है ।

      एक तरफ जहां प्रदेश की योगी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार हर साल लाखों रुपए खर्च कर पौधरोपण के कार्य करती है लेकिन सरकार के कुछ जिम्मेदार अधिकारी इस योजना पर पलीता लगा रहे हैं बल्कि कुछ लकड़ी माफियाओं की मिली भगत से चंद पेड़ों की अनुमति देकर सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़वा दे रहे हैं जिसका खामियाजा अब आम जनता को भुगतना पड़ रहा है ।

        प्राप्त जानकारी के अनुसार जिन पेड़ों की अनुमति के बाद अन्य पेड़ों की अवैध तरीके से कटाई होती है प्रति पेड़ों का कमीशन फिक्स होता है जिसमे क्षेत्र के रेंजर सहित वन विभाग के सभी अधिकारियों एवं सम्बंधित थाने की पुलिस का हिस्सा लगता है और उन अवैध पेड़ो को गुपचुप तरीके से काटकर ठिकाने लगा दिया जाता हैं जिससे लकड़ी माफिया तो मालामाल हो रहे हैं वही उनके साथ - साथ जिम्मेदार अधिकारी की भी जेबे गर्म हो रही है ।      

           आपको बता दें कि कप्तानगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बड़ोखर का मामला है जहां 10 पेड़ सागौन के परमिट पर लगभग 64 पेड़ सागौन की कटान हुई थी । उन पेड़ों की कटाई मे सिर्फ 10 पेड़ की अनुमति ली गई थी जब धरातल पर जाकर देखा गया तो तकरीबन 64 सागौन के पेड़ों की कटाई हो गई है जिसकी पुष्टि खुद रामनगर  रेजर ( वन क्षेत्राधिकारी ) सोनल वर्मा ने की है सवाल यह है कि सिर्फ 10 पेड़ की अनुमति है इतने सारे सागौन के पेड़ कैसे धरा साई हो गए यह भी अधिकारियो पर सवाल खड़ा हो रहा है  वही इस पूरे प्रकरण पर रामनगर  रेजर सोनल बर्मा से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि ठेकेदार ने बिना बताए इतने सारे सागौन पेड़ काट दिए जिस पर कार्यवाही हो गई है लेकिन कार्यवाही क्या की गई यह जानकारी अभी सार्वजनिक नही की गई है ।

    सूत्रों से जानकारी मिली है कि चंद पेड़ों पर जुर्माना कर मामले को रखा दफा करने में वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जुट गए हैं और कप्तानगंज पुलिस भी वन विभाग का मामला बताकर अपना भी हिस्सा लेकर मस्त है । कप्तानगंज पुलिस का सीधा मतलब अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता की नीति पर कार्य कर रही है ।

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