दन्त चिकित्सक अस्पताल में अनुपस्थित , रजिस्टर में दन्त चिकित्सक का बना फर्जी हस्ताक्षर



 *दन्त चिकित्सक अस्पताल में अनुपस्थित , रजिस्टर में दन्त चिकित्सक का बना फर्जी हस्ताक्षर*

- दांत संबंधी मरीज बिना इलाज कराये अस्पताल से लौटने समय दंत चिकित्सक के अनुपस्थित रहने का खुला पोल

 - दंत चिकित्सक के कमरे में लटक रहा था ताला भी फिर रजिस्टर में बना था दंत चिकित्सक का फर्जी हस्ताक्षर

- अधीक्षक डा० जे० पी० कुशवाहा ने उपस्थिति रजिस्टर की किया जांच , दन्त चिकित्सक को अनुपस्थित करने का दिया निर्देश

*गौर बस्ती*- सामुदायिक स्वास्थ केंद्र गौर पर तैनात दंत चिकित्सक का उपस्थिति रजिस्टर पर फर्जी हस्ताक्षर का मामला तूल पकड़ रहा है कि दंत चिकित्सक के कमरे में ताला लटक रहा था और उपस्थिति रजिस्टर में दंत चिकित्सक का हस्ताक्षर बना था । दांत संबंधी रोगियों का इलाज ना होने पर कुछ दांत रोगी मरीज बिना इलाज कराये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर से वापस लौट रहे थे एवं कुछ दांत मरीजों ने दंत चिकित्सक के कमरे में ताला लटकने को लेकर अधीक्षक डा० जे० पी० कुशवाहा से शिकायत किया । अधीक्षक ने दांत रोगियों के शिकायत पर दंत चिकित्सक के कमरे में जाकर जांच किया तो देखा कि दंत चिकित्सक के कमरे में ताला लटक रहा है और तब अधीक्षक ने सीएचसी पर तैनात अन्य स्टाफ से दंत चिकित्सक के बारे में पूछा तो स्टाफ से पता चला कि दंत चिकित्सक अस्पताल परिसर में दिनांक - 19-03-2025 को दिखाई नही दिये थे । तब अधीक्षक ने आफिस में जाकर उपस्थिति रजिस्टर देखा थो तो पता चला था कि दंत चिकित्सक का हस्ताक्षर बना हुआ है । दंत चिकित्सक का उपस्थिति रजिस्टर में फर्जी हस्ताक्षर बनना चर्चा का विषय बना हुआ है । आखिर कौन स्टाफ दंत चिकित्सक के अनुपस्थित रहने के बाद भी उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया गया जो जांच का विषय बना हुआ है । अधीक्षक ने दंत चिकित्सक के बने फर्जी हस्ताक्षर को लाल पेन से गोला बना दिया और दंत चिकित्सक को अनुपस्थित करने का निर्देश दिया है ।

     सूत्रों की माने तो 02 दिन बीतने के बाद भी अधीक्षक ने ड्यूटी से गायब / उपस्थिति रजिस्टर पर फर्जी हस्ताक्षर के मामले में कोई कारवाई नहीं किया है एवं न ही कोई जांच पड़ताल किया है । यदि अधीक्षक द्वारा ड्यूटी में लापरवाही करने के मामले में व रजिस्टर में फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में कारवाई नहीं की गई तो सीएचसी गौर पर तैनात अन्य अधिकारियों / कर्मचारियों का मनोबल बढ़ जाएगा और पुनः उक्त घटना घटित होगी । यदि अधीक्षक द्वारा दंत चिकित्सक की खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई तो भविष्य में सीएचसी गौर पर कार्यरत अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा ऐसी घटना करने की हिम्मत नहीं जुटा सकेगा ।

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