*सीएचसी गौर अधीक्षक बनाये गये डा० जे० पी० कुशवाहा*
- सीएचसी गौर पर सीनियर डाक्टर के रहते जूनियर डाक्टर को दिया गया था अतिरिक्त चार्ज
- शासनादेश को दरकिनार कर जूनियर डाक्टर आनन्द मिश्रा को दिया गया था सीएचसी गौर अधीक्षक का अतिरिक्त चार्ज
- नवागत सीएमओ बस्ती राजीव निगम ने सोशल मीडिया के खबरों का लिया संज्ञान
गौर बस्ती- नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी बस्ती डा० राजीव निगम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर के जूनियर डॉक्टर आनन्द मिश्रा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रभारी का चार्ज हटा दिय है । सीएचसी गौर के नये अधीक्षक डा० जे० पी० कुशवाहा को बनाया गया है ।
आपको बता दें कि तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी रमा शंकर दूबे ने सीएचसी गौर पर सीनियर डाक्टर जे० पी० कुशवाहा के रहते हुए लगभग 50 किलोमीटर दूर सीएचसी रुधौली के अधीक्षक डा० आनन्द मिश्रा को मनचाहा सीएचसी गौर का अतिरिक्त प्रभार दिया था जिसको लेकर सीनियर डाक्टर डा० जे० पी० कुशवाहा ने उच्च अधिकारियों को शिकायत पत्र के माध्यम अवगत भी कराया था । लेकिन उच्च अधिकारियों द्वारा उक्त मामले का संज्ञान नही लिया गया था । जहां एक तरफ सीनियर डाक्टर सीएचसी गौर के प्रभार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर काट रहे थे । जूनियर डॉक्टरों को चार्ज देने सम्बन्धी भ्रष्टाचार का मुद्दा विधान सभा में सवाल किया गया था ।
सूत्रों से प्राप्त समाचार के अनुसार डाo जयप्रकाश कुशवाहा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात लेबर टू के चिकित्सा अधिकारी है जिनके पास स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक का भी नियमानुसार पहले चार्ज था । डा० कुशवाहा दिनांक 26-12-2024 से 11-01-2025 तक उपार्जित अवकाश पर गये थे जिसके कारण तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रमा शंकर दूबे द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गौर के अधीक्षक का चार्ज अतिरिक्त रूप से प्रभारी चिकित्सा अधिकारी रुधौली आनन्द मिश्रा को दे दिया गया था छुट्टी से लौटने के बाद डा0 जयप्रकाश कुशवाहा द्वारा कार्यभार ग्रहण कर अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गौर का प्रभारी पद की मांग की था परन्तु तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी रमा शंकर दूबे द्वारा शासनादेश संख्या-2271/ चि0-3-2015- जी०-205/2015 दिनांक 12-10-2015 का खुल्लम - खुल्ला उल्लंघन कर वरिष्ठ चिकित्सकों के हितों को दरकिनार कर जूनियर चिकित्सक को अधीक्षक का प्रभार दिया गया था । सूत्रों की माने तो जय प्रकाश कुशवाहा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौर का अधीक्षक बनाए जाने को लेकर एक मोटी रकम की मांग की भी गई थी रकम न देने की स्थिति में जयप्रकाश कुशवाहा को चार्ज नहीं दिया गया था तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधिकारी रमाशंकर दूबे के कार्यकाल में हुई अनिमियता के संबंध में नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव निगम को अवगत कराया गया था नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि सीनियर डॉक्टर के रहते जूनियर डॉटर को चार्ज देना गलत था । मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कर जूनियर डा० आनन्द मिश्रा का अतिरिक्त प्रभार हटा दिया गया है और सीनियर डा० जे० पी० कुशवाहा को सीएचसी गौर को प्रभारी / अधीक्षक बनाया गया है और तत्काल प्रभाव से डा० जे० पी० कुशवाहा को प्रभारी / अधीक्षक का कार्य भार ग्रहण करने का निर्देश दिया गया है ।