*हस्ताक्षर बनाकर स्कूल से गायब रहते है शिक्षामित्र सतपाल वर्मा*
- प्रभारी प्रधानाध्यापक मंजू त्रिपाठी ने मीडिया टीम से बातचीत में किया खुलासा
- शिक्षामित्र सतपाल वर्मा को मानदेय दस हजार रुपये मिलने से रहते है नाराज - सूत्र
- शिक्षामित्र सतपाल वर्मा के मनचाहा डियूटी से नौनिहाल बच्चों के भविष्य से हो रहा खिड़वाड़
*सांऊघाट बस्ती*- विकास खंड साँऊघाट के अर्न्तगत प्राथमिक विद्यालय के पडिया खास पर तैनात शिक्षामित्र सतपाल वर्मा मीडिया पड़ताल में डियूटी से गायब मिले । विद्यालय पर प्रभारी प्रधानाध्यापक मंजू त्रिपाठी ने बताया शिक्षा मित्र सतपाल वर्मा साइन बनाकर घर को चले गए हैं बातचीत में बताया कि लगातार यही रवैया शिक्षामित्र सतपाल वर्मा रहता है वह विद्यालय पर कभी - कभी आते हैं और उपस्थिति रजिस्ट्रर पर हस्ताक्षर बनकर चले जाते हैं ग्राम पंचायत के निवासी होने के कारण मैं कुछ बोल नहीं पाती हूं विद्यालय परिसर के बाउंड्री के अंदर आंगनबाड़ी केंद्र पर भी ताला लटकता हुआ दिखाई दिया। रसोइया ने बताया कि हम ही ऐसी महिला संविदा कर्मी है जो इतने कम मानदेय होने पर भी सुबह जल्दी विद्यालय पर आती हूँ और विद्यालय बन्द होने के बाद सबसे बाद में घर जाती हूं '
सूत्रों से ये यह भी पता चला है कि शिक्षामित्र सतपाल वर्मा को प्रतिमाह 10 हजार रुपये मानदेय मिलता है । इसीलिए प्रतिमाह 10 हजार रुपये मानदेय मिलने से नाराज रहते है और विद्यालय पर आकर उपस्थिति रजिस्ट्रर पर हस्ताक्षर बनाकर 1-2 घण्टे रहकर घर चले जाते है । शिक्षामित्र सतपाल वर्मा के लापरवाही / मनमानी डियूटी से नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । इस पूरे प्रकरण पर जब खंड शिक्षा अधिकारी साँऊघाट को फोन के माध्यम से जानकारी देना चाहा तो खण्ड विकास अधिकारी ने फोन रिसीव नहीं किया ।