*मीडिया पड़ताल में तीन सीएचओं डियूटी से मिले गायब*

 




*मीडिया पड़ताल में तीन सीएचओं डियूटी से मिले गायब*

- डियूटी से गायब सीएचओं स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार की खोल रहे पोल

  -  सीएचओं के मनमानी से आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर इलाज होने के बजाएं लटकता मिला ताला

- सोशल मीडिया पर सीएचओ के डियूटी से गायब रहने का वीडियो वायरल होने भी जिम्मेदार अधिकारी कुंभकर्णी नीद में मस्त

*साँऊघाट बस्ती* - मीडिया टीम के पड़ताल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साँऊघाट के अन्तर्गत मझौवामीर,पाड़िया खास व पुर्सिया आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर तैनात सीएचओं डियूटी से गायब मिले और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर ताला लटकता मिला । डियूटी से गायब सीएचओं ही स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे है ।

 ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो इसके लिए प्रदेश सरकार ने न्याय पंचायत वार / ग्राम पंचायत वार हेल्थ वेलनेस सेंटर स्थापित किये हैं और कुछ नये हेल्थ वेलनेस सेन्टर प्रस्तावित है । जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर ताला लटका रहता है । फ्री एवं समुचित इलाज के लिए सेंटर पर मरीज पहुंच रहे हैं लेकिन बिना उपचार के बैरंग ही मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। लोगो को मजबूरन निजी या झोलाछाप चिकित्सकों की शरण लेनी पड़ रही है। उप स्वास्थ्य केन्द्रों के कर्मचारियों के लापरवाही को लेकर ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों में काफी नाराजगी हैं। जिन्होंने कर्मचारियों को बर्खास्त करने की मांग भी की है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में उपस्वास्थ्य केन्द्र खुलने के बावजूद उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। कोई निगरानी या दबाव ना होने से केंन्द्रों में पदस्थ स्वास्थ कर्मचारी अपनी मनमर्जी चला रहे ।

      आपको बता दे कि ग्रामीण क्षेत्रों में आयुष्मान आरोग्य मंदिर / हेल्थ वेलनेस सेंटर की मीडिया टीम ने धरातलीय पड़ताल किया तो पता चला कि आयुष्मान आरोग्य मंन्दिरों पर तैनात सीएचओ ड्यूटी से गायब मिले । यदि ऐसे ही आयुष्मान आरोग्य मंन्दिरों से सीएचओं गायब रहेगें तो ग्रामीणों को कैसे निःशुल्क और समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी ।

      आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केंद्र मझौवामीर, पड़िया खास व पुर्सिया के ग्रामीणों ने बताया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर बराबर खुलता नही है टीकाकरण व किसी अधिकारी के जांच की सूचना पर उप स्वास्थ्य केंद्र खुलता है । वह उपचार कराने उप स्वास्थ्य केंद्र पर आए थे लेकिन यहां पर सीएचओं नहीं आई थी केंद्र बंद है और ताला लगा हुआ है। ग्रामीण अंचलों के अधिकांश केन्द्रों में इसी तरह की स्थिति बनी हुई है। केन्द्रों के बंद रहने, स्टॉफ की अनुपस्थिति होने के कारण ऐसे गांव में रोगियों का उपचार नीम-हकीमों पर निर्भर है। ग्राम के जागरूकजनों के अनुसार यदि ग्रामीण अंचलों की स्वास्थ सेवाएं बेहर हो जाए तो निश्चित तौर पर ग्रामीणों को राहत मिलेगी। वहीं जिला अस्पताल में भी इसका भार नहीं पड़ेगा। लेकिन जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। पूरा फायदा नीम-हकीम, झोलाछाप चिकित्सक सहित निजी अस्पताल वाले उठा रहे हैं । उक्त प्रकरण में सीएचसी साँऊघाट अधीक्षक / प्रभारी से फोन के माध्यम से जानकारी लेना चाहा तो सीएचसी अधीक्षक / प्रभारी ने फोन रिसीव नही किया ।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form