*ग्राम पंचायत गोरखर में जारी फर्जी मस्टर रोल को जीरो करना बीडीओ अनिल यादव के लिए बना चुनौती*
- ग्राम पंचायत गोरखर में बड़े पैमाने पर सरकारी धन डकारने की चल रही तैयारी
- सचिव अमरनाथ गौतम की मनमानी / लापरवाही से ग्राम पंचायत गोरखर में बढ़ रहा भ्रष्टाचार
- जेसीबी मशीन से मनरेगा कार्य कराकर मनरेगा मजदूरों के नाम से फर्जी हाजिरी लगाने में सफल है ग्राम प्रधान श्रीचन्द्र सिंह
*सल्टौवा गोपालपुर*- विकासखंड सल्टौवा गोपालपुर के अन्तर्गत ग्राम पंचायत गोरखर में आनलाइन जारी फर्जी मस्टर रोल को जीरो करना खंड विकास अधिकारी अनिल यादव के लिए चुनौती बना हुआ है । रोजगार सेवक राम तौल मनरेगा एक्ट की धज्जियां उड़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है । कमीशन के चक्कर में बेधड़क मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाने में मस्त हैं । सचिव अमरनाथ गौतम अपने ग्राम पंचायत गोरखर में विकास कार्यों को कराने के बजाएं सरकारी धन लूट करने में सहयोगी बने हुए हैं । सचिव की मनमानी ग्राम पंचायत गोरखर में मनरेगा मजदूरों पर भारी पड़ रही है । मनरेगा मजदूर मनरेगा कार्यों करने के लिए आस लगाये बैठे रहते हैं । ग्राम प्रधान श्री चन्द्र , रोजगार सेवक राम तौल , सचिव अमर नाथ गौतम व तकनीकी सहायक कागज में मनरेगा कार्यों को कराने में जुटे हैं ।
सूत्रों की माने तो ग्राम पंचायत गोरखर में समय माता मंदिर के सामने अमृत सरोवर निर्माण कार्य पहले जेसीबी मशीन से खुदाई व सफाई कार्य कराया गया था और बाद में ट्रैक्टर ट्राली का भी प्रयोग किया गया था । ठीक उसी प्रकार सुगही तालाब की खुदाई व सफाई कार्य जेसीबी मशीन कराया गया है । चकबंध निर्माण कार्य में भी सड़क के दोनों तरफ एक भी फावड़ा मिट्टी निकल नहीं गई है अतः स्पष्ट है कि चकबंध निर्माण कार्य में मशीनरी यंत्र का प्रयोग हुआ है । वर्तमान समय में तीनों साइडों पर मनरेगा कार्य के नाम पर फर्जी मस्टर रोल जारी है फर्जी फोटो के सहारे मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाने में रोजगार सेवक राम तौल सफल है । जब फर्जी मस्टर रोल भरकर पूर्ण कर तकनीकी सहायक के पास फाइल पहुंचेगी तो बेधड़क फर्जी एमबी कर कागज़ात पूर्ण कर लिया जायेगा । बाद में सचिव अमरनाथ गौतम फर्जी मस्टर रोल पर हस्ताक्षर कर भ्रष्टाचार की नैया पार कर देंगे । इन जिम्मेदार अधिकारियों / कर्मचारियों की मनमानी कार्यों से प्रदेश सरकार की साफ - सुथरी छवि धूमिल हो रही है ।
रोजगार सेवक रामतौल ,ग्राम प्रधान श्री चंद्र सिंह ,सचिन अमरनाथ गौतम व टी ए / जे ई ने सरकारी धन को डकारने के प्रयास में लगे हुए हैं जिसमें खंड विकास अधिकारी अनिल यादव की भूमिका संदिग्ध है । यदि खंड विकास अधिकारी ग्राम पंचायत गोरखर में चल रहे मनरेगा कार्यों की जांच पड़ताल करते तो इतने बड़े पैमाने पर मनरेगा भ्रष्टाचार करने में सचिव अमरनाथ गौतम सफल न होते और सरकारी धन को दुरुपयोग होने से बचाया जा सकता है । जिम्मेदार अधिकारियों / कर्मचारियों के मनमानी कार्यों से प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है ।अब देखना है कि खंड विकास अधिकारी अनिल यादव द्वारा ग्राम पंचायत गोरखर में जारी आनलाइन फर्जी मनरेगा कार्यों हेतु मस्टर रोल जीरो हो पता है या नहीं ? जो पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है ।