*ग्राम पंचायत निंदूरी खम्हौवा की ग्राम प्रधान सुन्द्रावती ने मनरेगा भ्रष्टाचार में मारी बाजी*

*ग्राम पंचायत निंदूरी खम्हौवा की ग्राम प्रधान सुन्द्रावती ने मनरेगा भ्रष्टाचार में मारी बाजी*
- उल्टा सीधा साइड दिखाकर मनरेगा कार्यों के नाम पर सरकारी धन पर डाका डाल रही ग्राम प्रधान सुन्द्रावती 

- रोजगार सेवक घनश्याम तिवारी मनरेगा कार्यों की फर्जी हाजिरी लगाने के नाम पर ग्राम प्रधान सुन्द्रावती से ऐंठ रहे मोटी रकम - सूत्र

- तकनीकी सहायक एस के सिंह के चुनौती बना ग्राम पंचायत निंदूरी खम्हौवा में बिना कार्य हुए कार्यों की एम बी करना

*हर्रैया (बस्ती)* - मनरेगा योजना बेरोजगार और गरीबों के कल्याण के लिए बनाई गई योजना थी । सरकार की यह महत्वांकाक्षी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। कहीं फर्जी जाब कार्ड बनाकर गरीबों के हक की रकम अमीरों के हवाले कर दी जा रही है तो कहीं कागजों में विकास की गंगा बहाकर धन का डकार कार जिम्मेदार अधिकारी ग्राम प्रधान से मिलकर आपस में बाटकर मालामाल हो रहे हैं।
      आपको बता दे विकासखंड हर्रैया के ग्राम पंचायत निंदूरी खम्हौवा मे मनरेगा योजना के तहत दो कार्यों पर मस्टर रोल जारी हुआ था जिसमें नाला खुदाई व सफाई और तालाब खुदाई व सफाई के नाम पर कार्य कराए जा रहे हैं। इन दोनों कार्यों पर 125 मनरेगा मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी मनरेगा पोर्टल दर्ज की जा रही है स्थलीय निरीक्षण में कहीं भी किसी कार्य स्थल पर कोई भी मजदूर कार्य करते हुए नहीं दिखे लेकिन खंड विकास अधिकारी विनय द्विवेदी के सह पर रोजगार सेवक घनश्याम तिवारी घर बैठकर ही फर्जी फोटो के सहारे फर्जी हाजिरी लगा दे रहे हैं और सरकारी धन को लूटने में ग्राम प्रधान सुन्द्रावती के सहयोगी बने हुए हैं । ऐसे में धरातल से नदारद रहे मजदूरों की कागज़ों में उपस्थिति से ब्लाक प्रशासन का अनजान रहना विकास का पोल खोलता नजर आ रहा है। बिना मजदूरों के धरातलीय उपस्थिति के कागजों में उपस्थिति दिखाकर धन का भुगतान लेने का मामला चर्चाओं में है और जिम्मेदार अपने कमीशन के इन्तजार में चुप्पी साधे मुँह न खोलने पर डटे हुए हैं। जानकारी खण्ड विकास अधिकारी विनय द्विवेदी को भी है फिर भी मनरेगा भ्रष्टाचार का न रुकना प्रकरण में बी०डी० ओ० की संलिप्तता का परिचायक व जनचर्चा का विषय बना हुआ है। ग्राम प्रधान प्रधान सुन्द्रावती फर्जी मनरेगा फर्जीवाड़ा करने में मस्त हैं । तकनीकी सहायक के लिए बिना मनरेगा कार्यों को फर्जी एमबी करना चुनौती बना हुआ है । इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी सार्थक अग्रवाल ने बताया कि मनरेगा फर्जीवाड़ा की जांच कर कर फर्जी भुगतान रोका जायेगा ।

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