*ग्राम प्रधान राम चरन मनरेगा मजदूरों के हक पर डाल रहा डाका*
*मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी पर चुप्पी साधे सचिव प्रमोद कुमार*
*डमरूआ जंगल के भ्रष्टाचार के खेवनहार बने सचिव प्रमोद कुमार व तकनीकी सहायक ओम प्रकाश*
*गौर (बस्ती) विकास खण्ड गौर इस समय मनरेगा योजना मिल बांट कर खाने का माध्यम बना हुआ है। उदाहरण के तौर पर ग्राम पंचायत डमुरूवा जंगल में 2 परियोजना पर मास्टररोल जारी है जिसमें नाला खुदाई कार्य और चकबंध निर्माण कार्य पर 89 मनरेगा मजदूरों की आनलाइन हाजिरी पोर्टल पर दर्ज की जा रही है। स्थलीय निरीक्षण में दोनों परियोजना कोई मजदूर कार्य करते नहीं मिले, नाला खुदाई सफाई के नाम पर जहां बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगी है लेकिन रोजगार सेवक रीना लगातार फर्जी हाजिरी लगा रही है इस पूरे प्रकरण पर सचिव प्रमोद कुमार को फर्जी हाजिरी से अवगत कराया गया था सचिन ने बताया की जांच कर मास्टर को जीरो कर दिया जाएगा लेकिन दो दिनों के बीत जाने के बाद भी धड़ल्ले से ऑनलाइन फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है इससे साफ जाहिर होता है कि सचिव साहब भी भ्रष्टाचार में गोते लगाने में नहीं चूक रहे हैं।क्योंकि साहब को यह डर है कि अगर मास्टर रोल जीरो हो जाएगा तो यह मेरा कमीशन जीरो हो जाएगा ।
उल्लेख है कि शासन स्तर से मनरेगा योजना में लूट खसोट रोकने के लिए आनलाइन हाजिरी व सीधे मजदूरों के खाते में भेजने के बावजूद विभागीय जिम्मेदार फर्जी हाजिरी लगवाकर बिना काम कराए उनके खातों में मजदूरी भिजवाने का कार्य कर रहे हैं। जिसे बाद में मिल बांट कर हजम कर लिया जाता है।
पूरे मामले पर खंड विकास अधिकारी गौर कि कृष्ण कुमार सिंह से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।