*ग्राम पंचायत बेलवरिया जंगल में फर्जी फोटो के सहारे 12 दिनों से लग रही मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी*
- मनरेगा योजना की खुल्लम खुल्ला धज्जियां उड़ा रही महिला ग्राम प्रधान रंजना यादव
- सचिव सूरज पांडेय के सह पर रोजगार सेवक दिनेश कुमार वर्मा धड़ल्ले से लगा रहा मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी
- रोजगार सेवक दिनेश कुमार वर्मा ही निकला ग्राम पंचायत बेलवरिया जंगल में भ्रष्टाचार के मास्टरमाइंड
*गौर बस्ती*- केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा मनरेगा योजना को लेकर दिन प्रतिदिन नियम नियमावली में संशोधन कर सुचारू रूप से ग्राम पंचायतों में लागू कर रही है कि ग्राम पंचायतों में मनरेगा मजदूरों को गांव में ही घर बैठे रोजगार उपलब्ध हो सके ताकि बेरोजगार ग्रामीण रोजगार के लिए किसी देश व प्रदेश में पलायन न करें और ग्राम पंचायतों में मनरेगा कार्यों को करके अपने परिवार का भरण पोषण करें लेकिन विकासखंड गौर के अंतर्गत ग्राम पंचायत बेलवरिया जंगल में महिला ग्राम प्रधान रंजना यादव की मनमानी से मनरेगा योजना पूरी तरह फिर नजर आ रही है । रोजगार सेवक दिनेश कुमार वर्मा मनरेगा मजदूरों से बिना कार्य कराये चकबंदी निर्माण कार्य के नाम पर 12 दिनों से 60 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगा रहा है जिसमें सचिव सूरज पांडेय व तकनीकी सहायक अहम भूमिका निभा रहे हैं एवं खंड विकास अधिकारी गौर के के सिंह की भूमिका संदिग्ध लग रही है । रोजगार सेवक दिनेश कुमार वर्मा व महिला ग्राम प्रधान रंजना यादव की मिलीभगत से प्रतिदिन 15000 रुपये सरकारी धन को चूना लगाया जा रहा है । मीडिया टीम के पड़ताल में ग्रामीणों ने कहा कि बरसात के दिनों में चारों तरफ फसल है कुछ स्थानों पर पानी भरा है एवं बड़ी-बड़ी घांस-फूस उगी है । ग्राम पंचायत बेलवरिया जंगल में ना तो कोई मनरेगा कार्य चल रहा है और न ही कोई मनरेगा मजदूर कार्य कर रहे हैं । ब्लाक अधिकारियों से दुरंभि संधि करके महिला ग्राम प्रधान रंजना यादव सरकारी खजाने को लूटने में जुटी हुई है । पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही महिला ग्राम प्रधान रंजना यादव सरकारी धन को खाली करने में पूरी ताकत झोंक दी है जिसको लेकर जिले में तरह तरह की चर्चा चल रही है । रोजगार सेवक दिनेश कुमार वर्मा के द्वारा फर्जी फोटो से फोटो खींचकर मनरेगा ऑनलाइन साइड पर मनरेगा मजदूरों की फोटो अपलोड करना जांच का विषय बना हुआ है । अब देखना यह है कि खंड विकास अधिकारी के के सिंह ग्राम पंचायत बेलवरियां जंगल में बड़े पैमाने पर चल रहे मनरेगा फर्जीवाड़ा को रोक पाते हैं या नहीं ? उक्त प्रकरण में मुख्य विकास अधिकारी सार्थक अग्रवाल ने कहा कि बरसात के दिनों में मनरेगा कार्य चलाना कठिन है क्योंकि खेत खाली नहीं है तो मिट्टी कैसे निकलेगी ? यदि मनरेगा कार्य के नाम पर मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लग रही है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी ।