*भरवलिया में फर्जी मनरेगा जॉब कार्डों के सहारे की जा रही सरकारी धन की लूट- ग्रामीण*
- ग्राम पंचायत भरवलिया में 902 कुल वयस्क मतदाता है फिर भी जारी है 621 मनरेगा जाब कार्ड
- भरवलिया में 621 मनरेगा जॉब कार्डों का जारी होना बना जांच का विषय
- जिम्मेदार अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी धन का बड़े पैमाने पर चल रहा बंदरबांट
*बहादुरपुर बस्ती*- विकासखंड बहादुरपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत भरवलिया में फर्जी मनरेगा जॉब कार्डों के सहारे ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता सरकारी धन को लूटने में जुटी हुई है ।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत भरवलिया में वित्तीय वर्ष 2025 अप्रैल माह से अगस्त माह तक लगभग 35 लाख रुपए का मनरेगा कार्य ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता द्वारा कराया गया है और पक्का कार्य को मिलाकर लगभग 5 महीने में 55 लाख रुपये से ऊपर विकास कार्य के नाम पर सरकारी धन को खर्च किया गया है । ग्राम पंचायत भरवलिया में कुल तीन राजस्व गांव हैं जिसमें भरवलिया , मसहा व गजना शामिल है । छोटे से ग्राम पंचायत भरवलिया में 5 महीने के अंदर आधा करोड़ से ऊपर सरकारी धन को विकास कार्यों के नाम पर खर्चा करना जांच का विषय बना हुआ है । ग्राम पंचायत भरवलिया में वयस्क मतदाताओं की संख्या 902 है । मतदाताओं की संख्या 902 में 621 मनरेगा मजदूरों के नाम से मनरेगा जॉब कार्ड जारी है जो पूरी तरह स्पष्ट है कि आधे से अधिक जारी मनरेगा जॉब कार्ड फर्जी है और इन्हीं फर्जी जॉब कार्डों के सहारे ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता सरकारी खजाने को खाली करने में जुटी हुई है ।
पूर्व में शासन के आदेशानुसार प्रत्येक ग्राम पंचायत में जारी फर्जी जॉब कार्डों की जांच कर निरस्त करने का आदेश रोजगार सेवकों , सचिवों व ग्राम प्रधानों को दिया गया था लेकिन ग्राम पंचायत भरवलिया में रोजगार सेवक , ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता व तैनात सचिव ने खंड विकास अधिकारी बहादुरपुर समेत जिले के अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की आंख में धूल झोंककर कर फर्जी जॉब कार्डों को डिलीट / निरस्त नही कराया था आज वहीं फर्जी जॉब कार्डों के सहारे ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता मलाई काट रही हैं ।
मीडिया पड़ताल में ना नाम न छापने की शर्त पर कुछ ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत भरवलिया में वास्तविक रूप से 100 -150 मनरेगा मजदूर है यदि 621 मनरेगा जॉब कार्ड जारी है तो यह पूर्णतया गलत है फर्जी जॉब कार्डों को संज्ञान में लेकर उच्च अधिकारियों को ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता व जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहिए । ग्रामीणों ने कहा कि ग्राम पंचायत भरवलिया में ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता के घर जेसीबी मशीन है अधिकांश मनरेगा कार्यों को जेसीबी मशीन द्वारा कराया जाता है जेसीबी मशीन से किए गए कार्यों के नाम पर पुनः मस्टर रोल जारी करके मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगाकर ब्लाक अधिकारियों की मिली भगत से सरकारी धन का आपस में बंदरबांट कर लिया जाता है । ग्राम पंचायत भरवलिया बहुत छोटा ग्राम पंचायत है यदि 05 महीने में आधा करोड़ से अधिक विकास कार्य के नाम पर खर्च किए गए रुपए की यदि निष्पक्ष जांच हो जाएं तो ग्राम प्रधान प्रियंका गुप्ता समेत अन्य कई जिम्मेदारों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है ।उक्त प्रकरण में खंड विकास अधिकारी ने बताया कि यह मामला संज्ञान में नहीं था मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है यदि ग्राम पंचायत भरवालिया में फर्जी मनरेगा जॉब कार्ड जारी है तो जांच कराकर जारी फर्जी जॉब कार्डों को निरस्त करवाया जायेगा एवं नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी ।