*सूचना अधिकार अधिनियम 2005 की धज्जियां उड़ा रहे हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा*




 *सूचना अधिकार अधिनियम 2005 की धज्जियां उड़ा रहे हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा*

- हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा कई महीनों बीतने के बाद देते है मनचाहा जनसूचना

- तहसीलदार एवं एसडीएम हर्रैया के मिलीभगत से हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा कूटरचित, मनगंढत व अप्रमाणित दे रहे जनसूचना - शिकायत कर्ता

- मनमानी करने वाले हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा के खिलाफ मनमानी को लेकर जल्द ही उच्च अधिकारियों से करेंगे शिकायत - शिकायतकर्ता

 *हर्रैया बस्ती*- तहसील हर्रैया के अंतर्गत विकासखण्ड कप्तानगंज क्षेत्र के ग्राम पंचायत खजुरिया मिश्र में तैनात हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा राजस्व विभाग की साफ - सुथरी छवि धूमिल कर रहा है । एसडीएम मनोज प्रकाश व तहसीलदार की आंख में धूल झोंककर मनचाहा कार्य तहसील में कार्य कर रहा है शिकायतकर्ता महीनों- महीनों अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगाते रहे लेकिन हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा अपने हिसाब से शिकायत पर रिपोर्ट लगाते है और मामले को उल्टा सीधा करके रफा - दफा कर देते हैं।

        सरकारी शासनादेश को ताक पर रखकर मनचाहा कार्य करने में हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा सफल है ।

        आपको बता दे कि विकासखंड कप्तानगंज के अंतर्गत ग्राम पंचायत खजुरिया मिश्र में राजस्व विभाग से संम्बंधित लोकहित में 05 बिंदुओं की जन सूचना की मांग दिनांक - 19-09-2024 को की गई थी । हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा द्वारा ससमय जनसूचना उपलब्ध न कराने पर शिकायतकर्ता ने प्रथम अपीलीय अधिकारी / जन सूचना अधिकारी को लिखित स्मरण पत्र देकर अर्थात् अपील के माध्यम से जन सूचना की मांग किया था लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा के झांसे पर पड़कर ससमय जन सूचना शिकायतकर्ता को उपलब्ध नहीं कराया गया । निराश व मजबूर होकर शिकायतकर्ता ने 03 माह बीतने के बाद राज्य सूचना आयोग लखनऊ का दरवाजा खटखटाया । हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा को राज्य सूचना आयोग लखनऊ उक्त मामले के पहुंचने की भनक लगते ही आनन - फानन में तहसीलदार हरैया को गुमराह कर झूठ जन सूचना पत्र शिकायतकर्ता को प्रेषित कर दिया जिसमें तहसीलदार द्वारा लिखा गया था कि शिकायतकर्ता द्वारा मांगी गई जन सूचना को हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा द्वारा पहले ही दी जा चुकी है और झूठे पत्र में उल्लेख था कि हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा की आख्या एवं जन सूचना की प्रमाणित छाया प्रति भी संलग्न है लेकिन शिकायतकर्ता को पूर्व में हल्का लेखपाल समेत अन्य किसी राजस्व कर्मचारियों द्वारा कोई जन सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई थी और न ही तहसीलदार द्वारा प्रेषित झूठे पत्र के हल्का लेखपाल द्वारा दी गई जन सूचना की छाया प्रति संलग्न नहीं थी । शिकायतकर्ता ने पुनः झूठ पत्र प्रेषण को लेकर तहसीलदार से जनहित में जन सूचना की पुनः प्रमाणित छाया प्रति की मांग किया और झूठ पत्र प्रेषण करने वाले हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की मांग किया था । मामला तूल पकड़ते देख आनन फानन में कूट रचित, मनगढ़ंत, आप्रमाणित जन सूचना हल्का लेखपाल द्वारा दिनांक - 15-12-2024 के जनसूचना पत्र की छायाप्रति अर्यात् 04 माह पूर्व के डेट में अधूरी जनसूचना शिकायत कर्ता को उपलब्ध कराया है जिसको लेकर राजस्व विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा 07 माह बीतने के बाद भी आधा अधूरी जन सूचना देकर मामले को रफा दफा करने में जुटा है । आखिर क्यों 07 माह पहले शिकायतकर्ता को हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा ने जन सूचना उपलब्ध नहीं कराया और यदि 07 माह बीतने के बाद भी जनसूचना शिकायत कर्ता को आधा - अधूरी जनसूचना क्यों उपलब्ध कराया गया और o4 माह पुराने तिथि में जारी जनसूचना पत्र को शिकायतकर्ता को क्यों ? प्रेषित किया गया जो जांच एवं कार्यवाही का विषय बना हुआ है । उक्त प्रकरण में एसडीएम मनोज प्रकाश ने जांच कर लापरवाह / मनमानी करने वाले हल्का लेखपाल शैलेश वर्मा के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form