*गरीब परिवारों के घरों को उजाड़ने की रची जा साजिश, गरीब परिवारों में प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार*

 


*गरीब परिवारों के घरों को उजाड़ने की रची जा साजिश, गरीब परिवारों में प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार*

- पीड़ित परिवारों ने जिला अधिकारी बस्ती रवीश गुप्ता से किया शिकायत, जांचकर कार्यवाही की किया मांग

- पूर्वजों के सैकड़ों वर्षों से अधिक समय से बसे भूमि पर कर रहे निवास - पीड़ित परिवार

- पीड़ित परिवारों ने दबंगों के द्वारा षडयंत्र के तहत कूटरचित कागजातों को निररस्त करने की किया मांग

*बहादुरपुर बस्ती*- विकासखण्ड बहादुरपुर के अर्न्तगत ग्राम पंचायत कुसौरा में दलित गरीब परिवारों ने जिलाधिकारी बस्ती रवीश गुप्ता को लिखित शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है । पीड़ित दलित परिवार ने दूसरे गांव के अताउर्रहमान पुत्र सरफराज नाम व्यक्ति के परिवार के सदस्यों पर आरोप लगाया है कि अताउर्रहमान द्वारा कूटरचित षड्यंत्र के तहत फर्जी कागजातों को तैयार कर गरीब परिवारों के घरो को उजाड़ने की तैयारी चल रही है । हम सब पूर्वजों के द्वारा बसे स्थानों पर लगभग सैकड़ो वर्षों से रह रहे है । हमारे कुछ पूर्वजों की समाधि स्थल भी उक्त भूमि पर वर्तमान समय में बनी है लेकिन अताउर्रहमान के परिवार के सदस्यों द्वारा बार - बार कहा जा रहा है कि जिस जमीन पर दलित परिवारों का कब्जा हैं वह जमीन हमने अपने परिवारों के सदस्यों के नाम लगभग 10 वर्षों पहले पट्टा कराया है । अब बड़ा सवाल यह है कि अताउर्रहमान समेत पूरे परिवार के सदस्यों का निवास स्थान दूसरे ग्राम पंचायत में है । दूसरे ग्राम पंचायत का निवासी होने के बाद भी अताउर्रहमान के परिवार के सदस्यों के नाम पट्टा कैसे हो गया जो जांच व कार्यवाही का विषय बना हुआ है क्योंकि सरकारी भूमि पर किसी परिवार का किसी का प्रकार का कब्जा होना चाहिए व ग्राम पंचायत का मूल निवासी होना आवश्यक होता है । पट्टा गरीब व असहाय परिवार के किसी सदस्यों के नाम किया जाता है । 

        सूत्रों की माने तो अताउर्रहमान पुत्र सरफराज लगभग 20 वर्षों से सरकारी नौकरी कर रहे हैं । सरकारी पद पर कार्य करते हुए कूटरचित तरीके से आपात्र होते हुए दलित गरीब परिवारों के बसे स्थान को अपने परिवार के सदस्यों के नाम पट्टा करा लिया है । सरकारी पद पर रहते हुए अपने परिवार के सदस्यों के नाम दूसरे ग्राम पंचायत के सरकारी जमीन को अपने परिवार के सदस्यों के नाम पट्टा कराकर पट्टा की भूमि को अन्य किसी व्यक्ति को बिक्री करना शासनादेश के खिलाफ है । दलित गरीब पीड़ित परिवारों ने जिलाधिकारी रवीश गुप्ता को शिकायती पत्र देकर मांग किया कि उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच टीम गठित करके कूटरचित / फर्जी सरकारी भूमि पर हुए पट्टा को निरस्त किया जाए और दलित गरीब परिवारों को परेशान करने वाले दबंगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएं । उक्त प्रकरण में हल्का लेखपाल महेंद्र यादव ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है मीडिया के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है । शिकायत अभी नहीं मिला है शिकायत मिलने पर निष्पक्ष जांच कर दलित गरीब परिवारों को न्याय दिलाया जाएगा ।

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