*नोडल अधिकारियों के आंख में धूल झोंककर डियूटी से गायब मिले सीएचओं*
- सीएचओं की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए सीएमओं ने नोडल अधिकारियों को दिया है नियुक्त
- मीडिया टीम के पड़लात में स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्टाचार की खुल रही पोल
- आखिर क्यों ? सीएचओं हेल्थ एण्ड वेलनस सेन्टर पर कर रहे मनमानी डियूटी
*कप्तानगंज बस्ती*- योगी सरकार चाहे जितना स्वास्थ्य व्यवस्था सुचारू रूप से चलने का दंभ भरे, कितु विभागीय लापरवाही से स्थिति सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा है। ग्राम पंचायतो में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर है वहां पर तैनात हेल्थ कम्युनिटी अफसर आए दिन डियूटी से गायब रहते हैं । मीडिया पड़ताल में कप्तानगंज विकास खंड के अन्तर्गत बने हेल्थ वेलनेस सेंटर रमवापुर कला, पोखरा और गड़हा गौतम
केंन्द्रों पर सप्ताह में एक-दो दिन छोड़ अक्सर ताला लगा रहता है। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब असहाय बीमार परिवार इलाज कराने के लिए लोग नीम हकीम/ झोलाछाप का सहारा ले रहे हैं साथ ही रेगुलर सेंटर न खुलने से क्षेत्रीय लोगों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा से वंचित होना पड़ रहा है। स्वास्थ्य उपकेंद्र पर ए एन एम और सी एच ओ की तैनाती है लेकिन विभागीय सांठगांठ के चलते नियमित स्वास्थ्य उपकेंद्र नहीं खुल पा रहे हैं और सरकार की स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह चौपट होती जा रही है। हर दिन ग्राम पंचायत के स्वास्थ्य उप केंद्रो को लेकर विभाग के जिम्मेदारों को खबरें प्रकाशित कर जानकारी दी जाती है लेकिन फिर भी मामला जस का टेस्ट बना रहता है और स्वस्थ अप केदो पर ताला लटका रहता है जहां तक की बात करें मुख्य चिकित्सा अधिकारी की तो ताले लगने की सूचना देने पर उनके द्वारा बताया जाता है कि ठीक है मामले की जांच कर कार्रवाई की जाती है लेकिन अगले दिन भी पहले दिन की तरह भी स्वास्थ्य केंद्र पर ताला लटका दिखाई देते हैं और कार्रवाई के नाम पर निल बटे शून्य रहता है । इससे स्पष्ट है कि यह तो जिम्मेदार अधिकारियों के मिलीभगत से सीएचओ डियूटी में खेल चल रहा है स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के लापरवाही / मनमानी कार्यों से प्रदेश सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है । उक्त प्रकरण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० राजीव निगम ने कहा कि सीएचसी अधीक्षक कप्तानगंज अनूप कुमार से जानकारी प्राप्त कर डियूटी से गायब सीएचओं के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी ।