*डीएम के जांच गठित करने के एक महीने बीतने के बाद भी नहीं हुई भ्रष्टाचार की जांच*
- जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने ग्राम पंचायत माझा कला में विकास कार्यों में हुई घोटाले की जांच के लिए जांच टीम किया था गठित
- 30 दिन के अन्दर भ्रष्टाचार की जांच कर जांच टीम को जांच आख्या प्रेषित करने के लिए जिलाधिकारी ने दिया था निर्देश
- जांच टीम ग्राम पंचायत माझा कला में भ्रष्टाचार की जांच करने के बजाय भ्रष्टाचार की साक्ष्य मिटाने के लिए ग्राम प्रधान को दे रहे सलाह
*कुदरहा बस्ती*- जहां प्रदेश सरकार एक तरफ भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए तरह-तरह की कानून बना रही है वही दूसरी तरफ बस्ती जिले के जांच गठित अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं । आपको बता दें कि विकासखंड कुदरहा के अंतर्गत ग्राम पंचायत माझा कला में रामचंद्र राजभर पुत्र झिन्ना ग्राम अइलहवा व राम सुरेश पुत्र राम बहाल ग्राम भगवन्तपुर ग्राम पंचायत माझा कला निवासियों द्वारा अलग-अलग शपथ पत्रों के माध्यम से शिकायत किया था कि ग्राम पंचायत ग्राम पंचायत माझा कला में विकास कार्यों में ग्राम प्रधान मीरा यादव द्वारा ब्लॉक कुदरहा के जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत करके बड़े पैमाने पर सरकारी धन की लूट की गई है और धरातल पर विकास कार्य शून्य हैं । शपथ पत्र के साथ ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने ग्राम पंचायत माझा कला में विकास कार्यों में हुए अनियमितता की जांच के लिए 03 सदस्यीय जांच टीम गठित किया था । जांच टीम में श्रम परिवर्तन अधिकारी बस्ती ,जिला लेखा परीक्षा अधिकारी बस्ती / सहकारी समितियां एवं पंचायत लेखा परीक्षा बस्ती ,अभियंता जिला पंचायत बस्ती द्वारा अपर मुख्य अधिकारी बस्ती में नामित किया था । जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने जांच टीम को दिनांक - 30-07-2025 को नोटिस जारी कर निर्देशित किया था कि ग्राम पंचायत माझा कला के भ्रष्टाचार की जांच कर 30 दोनों के अंदर जांच रिपोर्ट प्रेषित करें ताकि जांच आख्या रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई हो सके ।
जिलाधिकारी रवीश गुप्ता के जांच टीम गठित करने के 01 महीने 07 दिन बीतने के बाद भी जांच अधिकारी / जांच टीम ने ग्राम पंचायत माझा कला में भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच नहीं किया है । जांच हेतु शिकायत कर्ता द्वारा कई बार कहा गया लेकिन जांच अधिकारी ग्राम प्रधान मीरा यादव से मिली भगत करके भ्रष्टाचार मामले में जांच करने से कन्नी काट रहे हैं और ग्राम प्रधान मीरा यादव शपथ पत्र में दिए गए शिकायती बिंदु की साक्ष्य मिटाने की सलाह दे रहे हैं एवं आप सोच सकते हैं कि जब जिलाधिकारी रवीश गुप्ता के आदेश को पालन करने के बजाय ठेंगा दिखाने में जांच अधिकारी जुटे हैं तो आम जनमानस की समस्याओं का कैसे समाधान होगा ? जो एक बड़ा सवाल है ।जिलाधिकारी के निर्देश के बाद भ्रष्टाचार की जांच ना हो पाने को लेकर जिले में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही है । अब यह देखना है कि जांच टीम अधिकारियों द्वारा कब तक ग्राम पंचायत माझा कला में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार की जांच कब की जाती है ? या जांच के नाम पर लीपापोती का खेल जारी रहेगा । उक्त प्रकरण में जिलाधिकारी ने कहा कि जांच में लापरवाही करने वाले गठित जांच टीम अधिकारियों के खिलाफ जल्दी कार्रवाई की जाएगी ।